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Odisha Train Tragedy 2023: ओडिशा में एक और रेल हादसा, बरगढ़ में बेपटरी हुई मालगाड़ी

ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रिपल ट्रेन एक्सीडेंट (Train Accident) के बाद 51 घंटों के भीतर ही रेलवे ने यातायात बहाल कर कर दिया। इस बीच एक और रेल हादसे की सूचना है।

बताया जा रहा है कि चूना पत्थर ले जा रही मालगाड़ी बरगढ़ जिले के मेदापाली के पास पटरी से उतर गई। मालगाड़ी डुंगरी चूना पत्थर खदान से चूना पत्थर लेकर बारगढ़ की एसीसी सीमेंट फैक्ट्री जा रही थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रैक से पहिया टूटते ही ट्रेन की पांच बोगियां पलट गईं। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच शुरू कर दी है।

इससे पहले रविवार रात पहली मालगाड़ी को बालासोर में प्रभावित जगह से गुजारा गया। इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे। उन्होंने गुजरती ट्रेन को नमन भी किया। इसके बाद सोमवार सुबह पहली यात्री ट्रेन भी गुजरी। इस दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भी गुजरती, लेकिन रफ्तार बहुत धीमी रही। नीचे देखिए वीडियो और जानिए अपडेट

भावुक हुए रेल मंत्री

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीती रात भी घटनास्थल पर मीडिया से बात की। इस दौरान लापता लोगों के बारे में बात करते हुए वो भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लापता लोगों के परिवार के सदस्य उन्हें जल्द से जल्द ढूंढ सकें…हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है।’

दो दिन से घटनास्थल पर कैंप कर रहे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) की मौजूदगी में सबसे पहले मालगाड़ी को गुजारा गया। बालेश्वर एवं भद्रक स्टेशन के बीच बहानगा में शुक्रवार की शाम लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी से कोरोमंडल एक्सप्रेस के टकराने के बाद यह हादसा हुआ था।

पिछले तीन दशक के इस सबसे भीषण ट्रेन हादसे में पहले 288 लोगों के मरने और एक हजार से अधिक के घायल होने की बात कही गई थी। ओडिशा सरकार ने मृतकों की संख्या रविवार को संशोधित 275 कर दी और घायलों की संख्या 1,175 बताई है।

सीबीआई करेगी बालेश्वर रेल हादसे की जांच

इस बीच, ओडिशा के बालेश्वर में हुए रेल हादसे की जांच सीबीआई (CBI) करेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को भुवनेश्वर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए इसकी घोषणा की। अभी तक रेलवे संरक्षा आयोग, पुलिस एवं तकनीकी विभाग की कई टीमें जांच कर रही हैं। रेलवे संरक्षा आयुक्त की जांच जारी रहेगी।

रेलवे ने तोड़फोड़ और इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिग प्रणाली से छेड़छाड़ का संकेत दिया है। अधिकारियों ने कोरोमंडल एक्सप्रेस के चालक को भी यह कहकर क्लीन चिट दे दी कि उसके पास आगे बढ़ने के लिए हरी झंडी थी और वह निर्धारित गति सीमा के भीतर ट्रेन चला रहा था।

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