मध्य प्रदेश में सड़कों पर उतरे चालक, थमे बस-ट्रक के पहिए, पेट्रोल की किल्लत, यात्री हो रहे परेशान।
केंद्र सरकार द्वारा लाये जा रहे हिट एंड रन के नए कानून को लेकर ड्राइवरों में रोष व्याप्त है। मध्य प्रदेश में चालक इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। पेट्रोल टैंकर चालकों की हड़ताल के बाद सोमवार को गंगवाल बस स्टैंड चौराहे पर बस ड्राइवरों ने चक्का जाम कर चौराहा जाम कर दिया। चौराहे पर वाहनों को खड़ा कर दिया गया।
कोहराम एक्सप्रेस न्यूज़ इंदौर। Hit and Run Law : केंद्र सरकार द्वारा लाये जा रहे ‘हिट एंड रन’ के नए कानून को लेकर ड्राइवरों में रोष व्याप्त है। मध्य प्रदेश में चालक इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। पेट्रोल टैंकर चालकों की हड़ताल के बाद सोमवार को गंगवाल बस स्टैंड चौराहे पर बस ड्राइवरों ने चक्का जाम कर चौराहा जाम कर दिया। चौराहे पर वाहनों को खड़ा कर दिया गया। इससे चौराहा से आवागमन पूरी तरह बंद हो गया। ड्राइवर इस कानून को लाने का विरोध कर रहे हैं। इसमें में एक्सीडेंट होने पर ड्राइवर को 10 साल की सजा और 7 लाख के जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
इंदौर में ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा चालक भी हड़ताल पर
इंदौर शहर में चलने वाली सिटी बसों के साथ ही ऑटो और ई-रिक्शा भी बंद हो गए। इस कारण सिटी में ऑटो रिक्शा के ड्राइवर हड़ताल पर हैं। स्थिति यह है कि ड्राइवरों ने चौराहे पर वाहनों को खड़ा कर दिया है और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिससे जाम जैसे हालात बने हुए हैं। नए साल के पहले दिन घूमने निकले लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने 2 जनवरी को बैठक बुलाई है। जानकारी है कि ड्राइवरों की हड़ताल का यूनियन समर्थन कर सकते हैं। ड्राइवरों की तीन दिनी हड़ताल से ट्रक और बसों के पहिए थमे हुए हैं। सिटी के लोगों को जरूरी सामान की भी किल्लत हो सकती है।
इंदौर में अटल सिटी ट्रांसपोर्ट की 600 बसें खड़ी हुई हैं। 49 आई बस, 40 इलेक्ट्रिक और 370 सिटी बस भी ड्राइवरों की हड़ताल से बंद है। रोजाना सफर करने वाले पौने तीन लाख लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कानून को लेकर भारी वाहन चालकों में आक्रोश
हिट एंड रन’ के नए प्रस्तावित कानून को लेकर भारी वाहन चालकों में आक्रोश है। इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ रहा है। नए कानून को लेकर ट्रक ड्राइवर हड़ताल कर रहे हैं। रविवार को पेट्रोल-डीजल के टैंकरों के ड्राइवर ने विरोध स्वरूप अपना आंदोलन शुरू कर दिया। जिसके चलते पेट्रोल-डीजल की किल्लत शुरू हो गई है।
इंदौर के मांगलिया में तीनों पेट्रोलियम कंपनियों के प्लांट हैं, जहां से पेट्रोल डीजल के टैंकर बड़ी तादाद में निकलते हैं। इंदौर ही नहीं बल्कि, आसपास के जिलों में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति करते हैं। जानकारी के मुताबिक, पेट्रोलियम प्लांटों से टैंकरों के न निकलने के चलते इंदौर के आसपास के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल नहीं पहुंच पाया।
पेट्रोल पंपों पर लग रही कतार
पेट्रोल-डीजल के टैंकर ड्राइवरों की हड़ताल की जानकारी मिलने के बाद लोग सैकड़ों की तादाद में पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल भराने के लिए जमा हो गए। इस कारण हालात बेकाबू हो गए। एक-एक पेट्रोल पंप पर सैकड़ों वाहन चालकों की भीड़ जमा हो रही है। रविवार को भी शहर के कई पेट्रोल पंप पर इतने वाहन पहुंच गए कि कई जगह जाम के हालात भी बन गए।
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